{अगर तू हैं विधाता तो बता }♡✍️
अगर तू है विधाता, वह जो लोग कहते हैं
तो बता तूने कई मासूमों को अनाथ क्यों रखा है
अपने आंगन पर तूने भूखे नंगे क्यों रखा है
और ना जाने कितने परिवारों को तूने बेघर रखा है
नहीं तू वह नहीं हो सकता जो लोग कहते हैं
अगर तू वही है जो लोग कहते हैं तो बता,
तूने मेरी किस्मत में गरीबी ही क्यों लिखा है
अब ना चाहते हुए भी मुझसे पाप होगे ही न
तूने मेरी किस्मत में मजबूरियां जो लिखा है
नहीं तू इतना कठोर दिल नहीं हो सकता
जो लोग कहते हैं वह तू नहीं हो सकता
अगर तू है विधाता वह जो लोग कहते हैं
तो बता
10 12 साल की बच्चीयो की किस्मत में बलात्कार क्यूं लिखा है
इतनी दर्दनाक मौत उनके किस्मत मैं विधाता तूने क्यों लिखा है
जब अच्छा लिखना ही नहीं आता तो बुरा भी तूने क्यों लिखा है
नहीं तू वह हो ही नहीं सकता
अच्छा वे नास्तिक रहे होगे
तेरे दर पर आते वक्त जो मरे,
वे तो नास्तिक नहीं रहे होगे
तू वह नहीं हैं जो लोग कहते हैं
तू वह है जो मैं कहता हूँ ?
❓

sury.3_
Writer
शायरी करना शौक नहीं मजबूरी है मेरी ।