फिर न कहना की मे मिला नही

 





पहचानते तो हैं हर कोई मुझे, 
पर है जानता कोई नहीं ।।
कहने को तो ये भीड़ है अपनी,
पर हैं मानता कोई नहीं ।।

अपना परिचय पुराना प्रीत पुरानी, 
तेरे मेरे बीच कोई गिला नहीं ।।
बिठा के पास मे कर ले कुछ बाते,
फिर ना कहना के मिला नहीं ।।

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