फिर ना कहना बाद में

मेरे पास सिर्फ इतना सा है ।

मे इन फूलों सा सूबसूरत कहाँ 


यह नजदीकियां कैसी आप हमसे दूरियां बनाओ
समझाओ अपने दिल को ना माने तो मजबूरियां बताओ
चाहत से सिर्फ मन भर सकता है पेट नहीं,
उसे तुम मोहब्बत के बाद का अंजाम भी तो बताओ

मेरे पास कुछ कीमती शब्द कुछ सच्ची प्यारी बातें हैं
और कुछ है कविताएं पर उनमें भी कई वी वादे हैं
मेरे नाम में ही बस सूर्य लगता है ऐ दोस्त,
वास्तव में मेरी पूरी जिंदगी काली अंधेरी रातें हैं

मेरे पास ढेर सारा सब्र है,
और हैं कुछ गिनती के वक्त भी।
मेरे दिल में ही बस नरमी रहती है,
पर हूं मैं बहुत ज्यादा सक्त भी ।
व्यवहारो में भले ही मेरी सादगी दिखती है
कभी उलझोगे तो जानोगे, मैं पी सकता हूं रक्त भी।

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