तुमसे दूरियाँ ♡✍️
तुमसे दूरियाँ
हैं नजदीकियां यह कैसी,हमसे दूरियां बनाओ ।
न माने दिल तो फिर इसे मजबूरियां बताओ ।
चाहत से मन भरा है ना ही पेट भरता हैं ,,
में सब छोड़ दूर आ गया, मुझे फिर से न बुलाओ।।
ये बात नहीं है के मे डरता हूंँ इश्क़ से ।
मे खेलता हूँ मौत से अपने ही रिश्क से।
जब से सुन रखा हूं,इश्क़ भी बिकता बाजार में ।
तब से लग गया हूं में जोरो से पैसा कमाने में ।।

sury.3_
Writer
शायरी करना शौक नहीं मजबूरी है मेरी ।