Latest Posts
उम्मीद/ सांत्वना
सच है, गाँव में शुकून है , शांति है बहुत...... और शहर में भाग दौड़ हैं, असंतोष हैं, अतृप्ति हैं, लेकिन एक उम्मीद तो हैं, की कभी सब ठीक हो ...
सौदागर
1st 👉 Download song link 🔗 🖇️ 👉 2nd download शब्दों का सौदागर हूं, बातों में फंसा भी सकता था। और काव्य कार, नगमा वफा गा भी सकता था।...
इंसानो का क्या है?
'' इंसान का क्या है , ये कुछ भी चाहता है । तू तो मुझे वो ही देना, जो तू चाहता है । । ये कल तक उसको मागता रहा, और आज देखो , उसे भूल...
अज्ञात शक्ति
चेहरा कोई खिलता हुआ कमल आंखों में शराब या भरा हो गरल पलके ऐसे झपके जैसे लहरी कोई फसल चंचल आंखें और उसका स्वभाव सरल न जाने कितने मरे और क...
प्रतिभा का अंत
" सुरक्षा का सारा आयोजन व्यक्ति की आंतरिक प्रतिभाओं का गला घोटना है "
परम से प्रेम
💚more💚👇 Learn more इससे ज्यादा तेरा अपमान क्या ही होगा मे आऊँ और माँग करू फला -फला की ' मुझे तुमसे प्रेम है मे प्रेम के फूल चढ़ाने आ...
पागल
कोई रफ कॉपी का नाम सुना हैं ना ,हाँ वही कॉपी जिसमें सारे विषयों का लेखा जोखा अव्यवस्थित ढंग से रहता हैं जो हैं तो ज्ञान का अद्भुत संगम एक...
इसलिए शादी कर रहे हो तो तुम मत करना ।
🙏 इसलिए शादी मत करना 🙏 शादी की उम्र हो गई हैं, उम्र निकलते जा रही हैं इसलिए शादी कर रहे हो तो तुम मत करना । तुम्हारे दोस्त, प्रेमिका न...
मजदूर
" वह क्या ही करेगा घर को आबाद मेरा, उसके जैसे कइयों का इन हाथों ने घर ( मंदिर ) बनाए हैं " ...
वक्त
" एक जमाना था जब, पैसा पुरुष के हाथो का मेल था । अब तो स्त्री की खूबसूरती भी पुरुष के हाथो का मेल हो गई है
किससे पूछू हैं ऐसा क्यूँ ❓
जिंदगी देने वाले सुन मेरा दुनिया से जी भर गया हैं। इसका मतलब यह नहीं है की यहां पर मे यातनाएं सह रहा हूँ दुख तकलीफ सह रहा हूंँ चाह जीने की...
But Why?
❓ हम सब परमात्मा की संतान है, ऐसा कहने वाला ये समाज, किसी के जन्म लेने पर और किसी की मृत्यु हो जाने पर कुछ दिन का परहेज रखते हैं। आखिरी क...
मे मालिक हूंँ अपना
🙋 मैं अपना मालिक हूंँ, किसी को क्यो साबित करू , मैं क्या हूँ । सबको पसंद आता फिरू मे जोकर थोड़ी हूंँ, सबकी सुनता रहुँ किसी का में नोकर थो...
में कोन हूंँ?
में प्रश्नों से विचारों से विकारो से इतना भर चुका हूँ, कि कभी कभी यह तय कर पाना बहुत मुश्किल हो जाता हैं. कि सवाल क्या है विकार क्या है व...
धनतेरस
Just now imegin दिन धनतेरस हैं, और तुम मेरे घर आई हो हाय ! यह मेरे महंगे ख्वाब
मानना काफी नहीं हैं?
मुझे पालतू कुत्ते, तोते और इंसानो में कोई अंतर भी होता हैं इसको स्पष्ट करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं।क्योंकि जिस तरह हम ...
गलत मानसिकता
आदमी बाहर से फूल सजा लेने की चिंता में है। बस लोगों की आंखों में दिखायी पड़ने लगे कि मैं अच्छा आदमी हूं बात समाप्त हो गयी। लेकिन लोगों की...
तुमसे दूरियाँ ♡✍️
तुमसे दूरियाँ हैं नजदीकियां यह कैसी,हमसे दूरियां बनाओ । न माने दिल तो फिर इसे मजबूरियां बताओ । चाहत से मन भरा है ना ही पेट भरता हैं ,, मे...
फिर ना कहना बाद में
मेरे पास सिर्फ इतना सा है । मे इन फूलों सा सूबसूरत कहाँ यह नजदीकियां कैसी आप हमसे दूरियां बनाओ समझाओ अपने दिल को ना माने तो मजबूरियां बताओ ...
Popular Posts
Categories
About Me
sury.3_
Writer
शायरी करना शौक नहीं मजबूरी है मेरी ।